*Update..... 🌀CBSE*
12वीं के बोर्ड एग्जाम को लेकर आज हाई लेवल मीटिंग में केंद्र सरकार ने दो प्रस्ताव रखे। पहला, हम 12वीं के स्टूडेंट्स का एग्जाम लें, मगर बाद में सिर्फ मेन सब्जेक्ट के। 200 में से 20 मेजर सब्जेक्ट के एग्जाम लें।
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CBSE Board |
दूसरा, परीक्षा लें लेकिन पैटर्न बदलें। स्कूल में ही एग्जाम हों। 3 घंटे की जगह डेढ़ घंटे का ऑब्जेक्टिव टाइप एग्जाम हो। बच्चे तय करें कि वो कितने सब्जेक्ट के एग्जाम देना चाहते हैं। स्कूल ही कॉपी चेक करें।
CBSE EXAM
*12 वीं बोर्ड परीक्षा पर मीटिंग ख़त्म हुई सभी राज्यों ने परीक्षा करवाना का दिया सुझाव बच्चों की सुरक्षा के अनुसार लिया जाए फ़ैसला*
*1 जून को 12 वीं परीक्षा पे फ़ैसला लेगी सरकार*
*बोर्ड परीक्षा होने की सम्भावना बढ़ी*
*नए पैटर्न पे हो सकती हे बोर्ड परीक्षा*
ऑनलाइन कक्षाओं के चलते नहीं हुआ किसी का वर्ष खराब
केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री निशंक ने कहा कि महामारी में आपसी सहयोग के कारण ही ऐसा संभव हो पाया कि सभी विद्यार्थियों की स्कूली शिक्षा में बाधा नहीं आई. इसमें शिक्षकों का कठिन परिश्रम भी शामिल था और इसके साथ सुनियोजित दृष्टिकोण भी था तभी बच्चों की ऑनलाइन कक्षाएं जारी रह पाई और किसी विद्यार्थी का वर्ष भी खराब नहीं हुआ.
दूसरी लहर है ज्यादा खतरनाक
केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल निशंक ने भी माना कि दूसरी लहर कोरोना की दूसरी लहर पहली लहर से ज्यादा खतरनाक है और इसी के साथ इससे जुड़ी चुनौतियां भी बड़ी हैं.दूसरी लहर ने स्कूलों को बंद करने पर मजबूर किया. जिससे बच्चों की पढ़ाई सुचारू रूप से नहीं हो पाई .इसलिए शिक्षा को डिजिटल तकनीक से जोड़ा गया और प्रत्येक कक्षा के लिए आकर्षक डिजिटल सामग्री मुहैया करवाई गई.